छत्तीसगढ़ राज्य देश की अग्रणी राज्यों के श्रेणी में शामिल होने की पूरी क्षमता रखता है। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री ई.एस.एल. नरसिम्हन ने रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में आयोजित सात दिवसीय 'राज्योत्सव 2008' का समापन करते हुए कहा कि यहां के उद्योगों, व्यवसाय तथा राज्य की युवा प्रतिभाओं को आगे आने के लिए अपनी गुणवत्ता तथा श्रेष्ठता बढ़ाने पर सबसे अधिक ध्यान केन्द्रित करना होगा, जिससे वे आज की वैश्विक प्रतिस्पर्धा में न केवल टिक सकें बल्कि सफल भी हो सकें। उन्होंने राज्य के निरन्तर विकास तथा सुख-समृध्दि की कामना की। उल्लेखनीय है कि 07 नवम्बर 2008 छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का समापन दिवस था।
इस अवसर पर अपर सचिव श्री सरजियस मिंज ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य का स्थापना दिवस एक उत्सव की तरह है। राज्योत्सव राज्य निर्माण के इसी उत्साह को प्रदर्शित करने की एक परम्परा है। उन्होंने इस आयोजन में चार चांद लगाने के लिए संस्कृति कर्मियों तथा कलाकारों को विशेष रूप से धन्यवाद दिया और आयोजन की सफलता के लिए सी.एस.आई.डी.सी., सी.आई.आई. तथा इसमें सहयोग देने वाले सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर संचालक संस्कृति श्री राकेश चतुर्वेदी, सी.एस.आई.डी.सी. के प्रबंध संचालक श्री राजेश गोवर्धन, सी.आई.आई. के अध्यक्ष श्री एस.के. जैन तथा संस्कृति विभाग के अपर सचिव श्री बी.के. अग्रवाल भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अन्त में सचिव उद्योग श्री पी. रमेश ने आभार व्यक्त किया।
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