बिलासपुर जिले में विधानसभा निर्वाचन 2008 की तैयारी के लिये पीजीबीटी कालेज बिलासपुर में पीठासीन एवं पोलिंग अधिकारियों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शुरू हुआ। अपर कलेक्टर श्री धनन्जय देवांगन एवं मास्टर ट्रेनर्स द्वारा पीठासीन अधिकारियों को चुनाव सामग्री लेने से लेकर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराये जाने के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी तथा पीठासीन अधिकारियों के द्वारा पूछे गये शंकाओं का समाधान किया गया।
अपर कलेक्टर श्री धनन्जय देवांगन की अध्यक्षता में पीजीबीटी कालेज बिलासपुर में पीठासीन एवं पोलिंग अधिकारियों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण 23 अक्टूबर 2008 से शुरू हुआ। पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारियों को संबोधित करते हुए अपर कलेक्टर श्री देवांगन ने कहा कि विधानसभा निर्वाचन का कार्य प्रारंभ हो चुका है। निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दो-तीन महीने तक 18 से 20 घण्टे तक काम करने होंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ये मुगालते में कदापि नहीं रहना चाहिये कि हम अनुभवी हैं। निर्वाचन कार्य में त्रुटि या गलती के लिये कोई क्षमा नहीं होता है। प्रत्येक निर्वाचन में कुछ न कुछ भिन्न होता है। इसलिये प्रशिक्षण को बहुत गंभीरता से सुने और अपने मस्तिष्क में ग्रहण करें। पीठासीन अधिकारी के डायरी को अच्छा से अध्ययन करें। श्री देवांगन ने कहा कि विधानसभा चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से मतदान होगा। इसलिये पीठासीन अधिकारियों को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट के संबंध में अच्छी जानकारी होना चाहिये तथा एक-एक पीठासीन अधिकारी को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन परिचालन में पारंगत होना चाहिये। उन्होंने कहा कि पीठासीन अधिकारियों को प्रशिक्षण में मास्टर टे्रनर्स द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन परिचालन की जानकारी देंगे। इसके बाद सभी को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन देकर परिचालन करने प्रशिक्षण में मशीन दी जायेगी। पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारियों को 23 से 25 अक्टूबर 2008 तक प्रथम चरण का एवं 7 से 9 नवंबर 2008 तक द्वितीय चरण का और तृतीय चरण के लिये 15 एवं 16 नवंबर 2008 को प्रशिक्षण दिया जायेगा। श्री देवांगन ने कहा कि तृतीय चरण के प्रशिक्षण होने के बाद किस विधानसभा में चुनाव डयूटी लगेगी पता चल जायेगा। उन्होंने निर्वाचन कार्यक्रम, मतदान सामग्री वितरण, सामग्री एवं मिलान करने के बाद निर्धारित चुनाव वाहन में अपने साथियों के साथ ही बैठने को कहा। मतदान केन्द्र पहुंचकर फर्नीचर, पानी, विद्युत की व्यवस्था करना चाहिये और गांव में अतिथि के रूप में किसी घर न जाने की हिदायत दी। श्री देवांगन ने कहा कि मतदान केन्द्र की आवश्यक व्यवस्था होने के बाद लिफाफे, प्रविष्ठियां तैयार करवाये और सेक्टर अधिकारी पहुंचने पर रिपोर्ट दे। यदि कोई कमी रह गया है तो उसकी भी जानकारी सेक्टर अधिकारी को दें। उन्होंने पीठासीन अधिकारियों को मतदान तिथि को मतदान के पूर्व मौक पोल करने के बाद सेक्टर अधिकारी को रिपोर्ट अनिवार्य रूप से देने को कहा। प्रशिक्षण में पीठासीन अधिकारियों को मतदान के दिन समय पूर्व पोलिंग एजेंट को आने की सूचना देने को कहा, यदि किसी पार्टी का पोलिंग एजेंट नहीं है वहां माइक्रोअर्वजरवर भेजे जायेंगे। चुनाव के नियम एवं निर्देश स्पष्ट हैं और पीठासीन अधिकारियों को आत्म विश्वास से परिपूर्ण तथा निर्भिक होकर निर्वाचन कार्य सम्पन्न कराना है। अपर कलेक्टर ने पोलिंग एजेण्ट, पीठासीन अधिकारी की डायरी, बैलेट पेपर, एकाउण्ट भरने, इलेक्शन डयूटी सर्टिफिकेट, पोस्टल बैलेट, चैलेंज वोट, फोटो रोल, टेण्डर वोट, निरक्षर मतदाता, प्राक्सी वोट, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का बैटरी लगाने आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी और कहा कि पीठासीन अधिकारियों को प्रशिक्षण्ा में किसी प्रकार का शंका हो तो मास्टर ट्रेनर्स से अच्छी तरह से प्रशिक्षण में समझ लें। उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य टीम वर्क से होता है आप लोगों के परिश्रम में आपके जिले की छवि जुड़ी है। इसीलिये सभी अधिकारी मन लगाकर प्रशिक्षण लेकर विधानसभा निर्वाचन 2008 का कार्य सम्पन्न करायें।
पीठासीन एवं पोलिंग अधिकारियों के प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स श्री राजेश गौरहा, श्री उल्लास वारे, श्री सतीश कुमार दुबे, श्री बी.वी. रमनाराव, श्री शोभित कुमार बाजपेयी और श्री एम.टी. आलम द्वारा बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र के कर्मचारी को आगामी विधानसभा के निर्वाचन कार्य हेतु नियुक्त पीठासीन अधिकारियों को निर्वाचन सामग्री लेने, सामग्री का मिलान उपरांत सेक्टर अधिकारी को रिपोर्ट कर अपने दल के साथियों के साथ चुनाव वाहन में बैठकर जाने तथा मतदान केन्द्र में पहुंचकर आवश्यक व्यवस्था, विद्युत, पानी आदि देखकर ओ.के. रिपोर्ट एवं बूथ निर्माण आवश्यक प्रपत्रों को भरकर तैयार करने तथा कोटवार को मतदान हेतु मुनादी कराने, पोलिंग एजेण्ट को मतदान के दिन एक घण्टे पूर्व बुलाने, मौक पोल, माइक्राअर्बजवर, कंट्रोल यूनिट एवं बैलेट यूनिट को जोड़ने, बैटरी लगाने तथा मतदान अधिकारी नंबर-एक, दो तथा तीन के कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गयी। प्रशिक्षण्ा में जानकारी दी गई कि मतदान के दिन किसी प्रकार की घटना या अन्य कोई अप्रिय स्थिति निर्मित होने पर सेक्टर अधिकारी या सेक्टर मजिस्ट्रेट को जानकारी दे सकते हैं।
प्रशिक्षण में अनुविभागीय अधिकारी श्री प्रमोद शर्मा, तहसीलदार श्री गायकवाड़ एवं निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी तथा बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र के अधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित थे।
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